घाघरा नदी ने मचाई तबाही, पशुओं के चारे के लिए लोग पानी से हो कर जा रहें, देखें.....



बलिया से बाढ के ताज़ा हालात जानने के लिए उत्तर प्रदेश के बलिया के गांवों के हालात का जायजा लेने गांवों का दौरा किया कैद हुआ मीडिया के कैमरे में।
बाढ़ का जायजा लेने हमारी टीम बलिया के गांव हसनपूरा , विषैली का दौरा किया , घाघरा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा हैं। जिसको लेकर इलाकाई लोगों में दहशत हैं। जिसका नज़ारा बलिया के बिसौली, हसन पुरा गांव में पहुंचीं घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने से किसानों की खडी फ़सल डूब गई चारो तरफ पानी में खेत या यूं कहें खेतों में पानी ने बुरा हाल कर रखा है ।
किसानों को घाघरा नदी के पानी से होकर अपने पशुओं के खानेे के लिए चारा काट कर लाते हैं।
हालांकि इलाकाई लोगों का कहना है कि आधा दर्जन गांवों को मिलाकर हजारों एकड़ घाघरा की पानी से फसल बर्बाद हो गई ।


जिससे किसानों को काफ़ी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है । इस लिए किसान अपने खेत से अपने पशुओं के लिए चारा ही निकाल लें यह सोचकर किसानों ने अपने पशु के लिए डुबी हुई फसल से चारा काट कर संतोष कर रहे हैं । और खेतों और पानी के बीच से चारा काट कर ला रहे हैं ।

जल स्तर बढ़ने के कारण किसानों को तरह तरह की कठिनाइयों का सामना करना पढता हैं।
एसडीएम और तहसीलदार मिलकर बंधे का दौरा कर रहे हैं। चिन्ता और चौंकाने वाली बात जो ग्रामीणों द्वारा जो बताई गई कि जिस तरह से बंधे को *साहील(जानवर कांटों वाला ) चर कर अन्दर ही अन्दर खोखला चूंके हैं । और मुख्यमंत्री पोर्टल पर बंधे के बिगड़ते हालात को लेकर शिकायत भी कि जा चुकी है। इतना ही नहीं माननीय मंत्री स्वाती सिंह से भी मिल कर बंधे के बूरे हालात से अवगत कराया और बताया था कि जिस तरह से बंधे की हालत हैं । कि बंधा बचेगा नही। पूरी तरह से ध्वस्त हो जायेगा ।

वही संसदीय राज्यमंत्री आनंद स्वरुप शुक्ला ने बताया कि हमारा जल शक्ति मंत्रालय है । बाढ़ के रोकथाम के लिए बाढ़ क्षेत्रो में जो बाढ़ से नुकसान होता हैं उसको मुवावजा दिया जाता हैं। और बाढ़ नियंत्रण कार्य करती हैं जो डूब क्षेत्र है उसमें बाढ़ आती है उसे हमारी सरकार मुवावजा देती हैं।

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